पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को कहा कि वह अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी लॉन्च करेंगे और घोषणा की कि अगर किसानों का मसला हल हो जाता है, तो वह शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और भाजपा के साथ गठबंधन कर सकते हैं।
अमरिंदर सिंह की शर्त बस एक है कि केंद्र सरकार कृषि कानून को वापस ले ले। अब देखना यह होगा कि मोदी सरकार क्या करती है।
अमरिंदर के मीडिया सलाहकार ने पूर्व मुख्यमंत्री के हवाले से लिखा ट्वीट किया, ‘एक साल से अधिक समय से अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे हमारे किसान सहित पंजाब और उसके लोगों के हितों की सेवा के लिए जल्द ही अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी शुरू करने की घोषणा करूंगा।’
‘The battle for Punjab’s future is on. Will soon announce the launch of my own political party to serve the interests of Punjab & its people, including our farmers who’ve been fighting for their survival for over a year’: @capt_amarinder 1/3 pic.twitter.com/7ExAX9KkNG
— Raveen Thukral (@RT_Media_Capt) October 19, 2021
उन्होंने ट्वीट में लिखा, जब तक मैं अपने लोगों और अपने राज्य का भविष्य सुरक्षित नहीं कर लेता, तब तक मैं चैन से नहीं बैठूंगा। पंजाब को राजनीतिक स्थिरता, आंतरिक और बाहरी खतरों से सुरक्षा की जरूरत है। मैं अपने लोगों से वादा करता हूं कि इसकी शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मैं वह करूंगा जो आज दांव पर है’।
भाजपा ने अमरिंदर को “पंजाब का सबसे बड़ा नेता” बताते हुए इस घोषणा का स्वागत किया। उधर शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के अध्यक्ष सुखदेव सिंह ढींडसा ने कहा है कि अमरिंदर ने अभी तक उनसे संपर्क नहीं किया है।