चीन हमेशा से विस्तारवादी सोच के साथ चला है। अभी भी वह इसके तहत काम कर रहा है। भारत को घेरने के लिए चीन पड़ोसियों को अपने पाले में ले जाने के लिए कोशिश करता रहता है।
श्रीलंका, मालदीव, नेपाल व पाकिस्तान जैसे देशों को टैक्स में भारी छूट देकर चीन उनको अपने पक्ष में करने की कोशिश पहले ही कर चुका है। अब वह बांग्लादेश को अपने पक्ष में लाने के लिए टैक्स में भारी छूट की घोषणा की है।
बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय द्वारा इस बात की जानकारी दी गई है कि मत्स्य और चमड़े के उत्पादों को कवर करने वाली 97% वस्तुओं को चीनी टैक्स से छूट दी जाएगी।
आपको बता दें कि एक महीने पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के बीच कोरोना संकट के बीच आई आर्थिक कठिनाई से उभरने पर चर्चा हुई थी। इस चर्चा में टैक्स छूट को लेकर बातचीत हुई थी।
चीन के इस फैसले के बाद बांग्लादेश को कुल 8256 सामानों पर चीनी टैक्स से छूट मिल जाएगी। इससे पहले इसे एशिया प्रशांत व्यापार समझौते से भी काफी वस्तुओं पर टैक्स से छूट मिल रही थी।
बांग्लादेश को कितना फायदा होगा?
इस छूट के बाद बांग्लादेश को चीन के साथ जो व्यापार में घाटा होता था वह काफी कम हो जाएगा। बांग्लादेश, चीन से करीब 15 बिलियन डॉलर का आयात करता है। जबकि वह चीन को बहुत कम निर्यात कर पाता है। अब जब वह निर्यात करेगा तो उसकी टैक्स की मोटी रकम बच जाएगी जिससे उसकी अर्थव्यवस्था को गति मिल सकेगी।
आर्थिक लाभ के कारण ढ़ाका-बीजिंग संबंध काफी सुदृढ़ हो सकते हैं। वहीं दूसरी ओर बांग्लादेश चीन की आर्थिक मदद से अपने यहाँ आर्थिक गतिविधियों को और तेज कर सकता है।
यह भी पढ़ें: कोविड-19: दुनिया भर के देशों के दबाव से क्या सबक लेगा चीन?