व्यंग्य : राजेन्द्र शर्मा देखिए, देखिए, ये तो सरासर चीटिंग है। पिचहत्तर साल पहले जब बेचारे संघी भाइयों ने तिरंगे के बेढंगा, अशुभ वगैरह होने के बारे में राष्ट्र को चेताया, तो विरोधी उनसे कहते थे कि तिरंगे का विरोध बंद करो, उसे राष्ट्र का झंडा मानना शुरू करो। पर …
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