BY – FIRE TIMES TEAM
इस कोरोना काल में जब प्रदेश सरकार ने लॉकडाउन हटाना शुरू किया उसके बाद तमाम विभागों के भी काम शुरू हो गये। यूपी के विभागों में बिजली विभाग की कार्यप्रणाली की कहानी तो जगजाहिर ही है।
अनलॉक-1 की प्रक्रिया का आरम्भ होते ही बिजली बिल की वसूली भी शुरू हो गयी। बिल जमा न होने पर पर विभाग ने कनेक्शन काटना भी शुरू कर दिया है। ऐसी खबरें यूपी के अलग-2 जिलों के अलांवा ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के गृह जनपद मथुरा से भी आ रही हैं।
यह बात पहले समझ में आती भी थी जब स्मार्ट मीटर नहीं लगे थे, लेकिन जब से स्मार्ट मीटर लगा है, लोगों की जिन्दगी में एक नई समस्या आ गई है।
अब उपभोक्ता के बिजली बिल न जमा करने पर कनेक्शन काटने उसके घर नहीं जाना पड़ता, बल्कि दफ्तर में बैठे-2 ही कर्मचारी आनलाईन ही कनेक्शन काट देते हैं।
वैसे तो ऑनलाईन बिलिंग में समय पर बिल और मैसेज उपभोक्ता के मोबाइल पर आ जाना चाहिए। लेकिन बिजली बिल नहीं मिल रहा, बशर्ते कनेक्शन ऑनलाईन जरूर काटे जा रहे हैं।
यदि समय पर बिल मिल भी जाये तो सही बिल नहीं मिल रहा है। जिसे दुरूस्त कराने के लिए अधिकारियों के चक्कर ऊपर से काटने पड़ रहे हैं।
एक बार कनेक्शन कटने के बाद ऐसा नहीं कि बिल जमा करते ही आपका कनेक्शन स्वतः ऑनलाईन शुरू हो जायेगा। कनेक्शन को दोबारा चालू कराने के लिए अलग से रूपये भी खर्च करने पड़ते हैं। यदि सिंगल फेस मीटर का कनेक्शन है तो 708 रूपये और यदि थ्री फेस का कनेक्शन है तो 1050 रूपये जमा करने पड़ रहे हैं।
इस संबंध में ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के बडे़ भाई और उनके प्रतिनिधि सूर्यकांत शर्मा से बात की गई तो उनका कहना था कि बिलिंग का कार्य किसी निजी कंपनी को दिया गया है।
अधिकारियों से बात करके इसकी जानकारी ली जायेगी कि ऐसा क्यों हो रहा है। बिल न मिलने के विषय में उन्होंने कहा कि कंपनी को उपभोक्ता के मोबाइल नंबर पर तीन मैसेज भेजना चाहिए। जिससे वह अंतिम तिथि से पहले भुगतान कर सके।