BY- RAHUL KUMAR GAURAV
5 फरवरी 2022 को अमेरिका में भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति को नुकसान पहुंचाया गया। जिस घटना के बाद भारतीय और अमेरिकी समुदाय के बीच निराशा फैल गई। फिर 8 दिन के बाद कुछ भारतीयों के द्वारा महात्मा गांधी की कर्मभूमि में ही उनकी मूर्ति को तोड़ा गया और उनके मूर्ति पर शराब के रैपर का माला बनाकर पहना दिया गया। हालांकि देश और विदेश में यह कोई पहली घटना नहीं है। जब गांधी की मूर्ति को अपमानित किया गया है।
10 अप्रैल 2018 के दिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस चंपारण की धरती पर कहते हैं कि, “मैं कहूंगा महात्मा गांधी, आप सब बोलेंगे, अमर रहे, अमर रहे” उसी धरती पर लगातार दो दिन यानी 13 फरवरी और 15 फरवरी को क्रमशः मोतिहारी स्थित चरखा पार्क और तुरकौलिया प्रखंड स्थित गांधीघाट में गांधी की मूर्ति को तोड़ा गया और अपमान किया गया।
क्या है पूरा मामला?
स्थानीय वेबपोर्टल पत्रकार मधुरेश प्रियदर्शी विस्तार से पूरे मामला को बताते हैं कि, “13 फरवरी के दिन मोतिहारी स्थित स्टेशन मीना बाजार पथ में चरखा पार्क के पीछे स्थापित गांधी जी की आदम कद प्रतिमा को रविावार रात असमाजिक तत्वों ने तोड़ दिया। गांधीजी के पांव को छोड़कर बांकी पूरा हिस्सा जमीन पर बिखरा था। नगर थाना से करीब 200 मीटर दूर स्थित चरखा पार्क में गांधी जी की प्रतिमा लगी हुई थी। सितंबर 2020 में भाजपा सांसद और पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने चरखा पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा का उद्घाटन किया था।”
“दो दिन के बाद यानी 15 फरवरी के दिन मोतिहारी जिला के तुरकौलिया प्रखंड कार्यालय के समीप स्थित गांधीघाट में स्थापित प्रतिमा को असामाजिक तत्वों ने शराब के रैपर का माला बनाकर पहना दिया था, साथ ही लाल सिंदूर को प्रतिमा के सिर से नाक तक लगा दिया। जब स्थानीय लोगों ने ये सब देखा तो प्रशासन को इसकी सूचना दी। हालांकि प्रशासन के विलंब से पहुंचने की वजह से स्थानीय लोगों ने खुद महात्मा गांधी को पहनाए गए शराब के रैपर के माला को निकालकर फेंक दिया। जबकि गांधीघाट तुरकौलिया थाना से महज 300-400 मीटर दूरी पर स्थित है।” आगे मधुरेश प्रियदर्शी बताते हैं।
पुलिस महकमे का रोल
तुरकौलिया कांड के संदर्भ में तुरकौलिया थाना के पुलिस अधीक्षक मिथिलेश कुमार फोन पर बतातें हैं कि, “अभी तक पूरे मामले में किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया गया है। मामले की जांच चल रही है। जल्द ही शराब के रैपर का माला पहनाने वाले असमाजिक तत्वों को गिरफ्तार किया जाएगा।”
वहीं पूरे मामले में मोतिहारी के एसपी डाक्टर कुमार आशीष बताते हैं कि, “मोतिहारी और तुरकौलिया, दोनों मामले में विशेष टीम को गठित किया गया है। मोतिहारी के चरखा पार्क वाले मामले में राजा उर्फ राजकुमार मिश्रा को गिरफ्तार किया गया है। 20 साल का राजकुमार एक बाइक मिस्त्री है। जो व्हाइटनर जैसे नशीले पदार्थ का सेवन करता है। उसने यह कार्य नशे की हालत में किया था। उसे मूर्ति तोड़ते हुए एक चश्मदीद ने रोका भी था। लेकिन वह नशे की हालत में नहीं रुका। मामले की आगे भी कार्रवाई की जा रही है।” किसी भी राजनीतिक पार्टी से राजकुमार के संबंध को आशीष नकारते हैं।
डीएम शीर्षत कपिल अशोक पूरे मामले पर कहते हैं कि, “इस जघन्य अपराध में शामिल लोगों की पहचान जल्द ही की जाएगी। साथ ही पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन इस पार्क को विकसित करने का काम कर रहा था। जिसमें सुरक्षा व्यवस्था को लेकर समीक्षा की जाएगी। जल्द ही पार्क में चरख़ा सीसीटीवी कैमरा, नाइट गार्ड और रोशनी की व्यवस्था की जाएगी।”
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