हरियाणा में शुक्रवार को अलग-अलग घटनाओं में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को किसानों के आक्रोश का सामना करना पड़ा।
कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने हिसार में पार्टी के राज्यसभा सांसद रामचंद्र झांगड़ा की कार के शीशे तोड़ दिए, जबकि एक पूर्व मंत्री सहित पार्टी के 30 नेताओं को रोहतक में एक मंदिर के अंदर कई घंटों तक बंधक बनाकर रखा।
एक अन्य घटना में, हरियाणा के पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर और कई अन्य भाजपा नेताओं को रोहतक में किसानों का विरोध झेलना पड़ा। पूर्व मंत्री केदारनाथ में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देखने के लिए किलोई गांव के एक मंदिर गए थे।
दर्जनों किसानों ने नेताओं को परिसर से बाहर जाने से रोकते हुए मंदिर को घेर लिया और नेताओं की कारों के टायर भी उड़ा दिए। जल्द ही, पड़ोसी गांवों के किसान शामिल हो गए।
किसानों ने गांव में प्रवेश करने के लिए नेताओं से माफी की मांग की और आश्वासन मांगा कि वे किसी अन्य गांव का दौरा नहीं करेंगे। खबरों की माने तो किसानों ने बीजेपी नेताओं से यह भी कहा कि अगर वह माफी नहीं मांगेंगे तो उनको कच्छे में जाना पड़ेगा।
हालांकि घटना स्थल पर जल्द ही स्थानीय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और पुलिस के जवान मौके पर पहुंच गए। पड़ोसी जिलों जींद, सोनीपत और झज्जर से भी पुलिस बल को बुलाया गया था।
रोहतक के पुलिस अधीक्षक उदय सिंह मीणा ने कहा, “स्थानीय लोग कुछ मुद्दों को लेकर उनसे बात करना चाहते थे।”