कोरोना संकट लगातार बढ़ता जा रहा है। जल्द भारत 50 लाख के आंकड़े को छू लेगा और ऐक्टिव केस भी 10 लाख के आस-पास होंगे। लाखों लोगों की जान को खतरा है लेकिन सरकार काफी उदासीन नजर आ रही है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अर्थव्यवस्था और कोरोना संकट को लेकर सरकार को लगातार आगाह करते रहे हैं। कोरोना संकट के शुरुआत में ही राहुल गांधी ने चिंता व्यक्त की थी। तब हमारे स्वास्थ्य मंत्रालय ने माना था कि यह कोई महामारी नहीं है।
उस समय देश में कुछ सौ केस आये थे। शुरुआत में ही राहुल गांधी ने सरकार को इसके रोकथाम के लिए कई सुझाव भी दिए थे लेकिन मोदी सरकार की हठधर्मिता के कारण किसी भी सुझाव पर अमल नहीं किया गया।
अब एक बार फिर राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने लिखा है, ‘कोरोना संक्रमण के आँकड़े इस हफ़्ते 50 लाख और ऐक्टिव केस 10 लाख पार हो जाएँगे। अनियोजित लॉकडाउन एक व्यक्ति के अहंकार की देन है जिससे कोरोना देशभर में फैल गया। मोदी सरकार ने कहा आत्मनिर्भर बनिए यानि अपनी जान ख़ुद ही बचा लीजिए क्योंकि PM मोर के साथ व्यस्त हैं।’
यह भी पढ़ें: छह-सात महीनों बाद भारत अपने युवाओं को रोजगार नहीं दे पाएगा: राहुल गांधी
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के रिकॉर्ड 3,07,930 नए मामले दर्ज किए हैं। नए मामलों में सबसे तेज़ वृद्धि भारत, अमरीका और फिर ब्राज़ील में देखने को मिली है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को भारत में कोरोना के 94,372 नए मामले दर्ज किए गए। वहीं अमरीका में 45,523 और ब्राज़ील में 43,718 नए मामले सामने आए। पिछले 24 घंटे में अमरीका और भारत, दोनों देशों में 1000 से ज़्यादा लोगों की कोरोना से मौत हुई।
इस प्रकार यदि आप आंकड़ों पर बात करेंगे तो पाएंगे कि भारत अन्य देशों की अपेक्षा कहीं ज्यादा कोरोना की चपेट में आता जा रहा है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अन्य देशों की अपेक्षा भारत के बेहतर करने की बात कह रहे हैं।