BY- FIRE TIMES TEAM
एक हाई-स्कूल भवन जिसे क्वारंटाइन सेंटर में तब्दील किया गया था, वहां के लोगों को दूसरी जगह भेज दिया गया क्योंकि उनकी शिकायत यह थी कि उन्होंने भूतों को देखा और घुँघरू (पायल) या कई बार भयानक चीखें भी सुनी थीं।
रायपुर से लगभग 120 किलोमीटर दूर कसडोल ब्लॉक में बने क्वारंटाइन सेंटर में लोगों की रातों नींद हराम हो गई जब उन्हें वहां भूत सताने लगे, उन्होंने ग्राम पंचायत और स्थानीय प्रशासन से इस बात की शिकायत भी की।
स्थानीय प्रशासन के अधिकारी जहां इस बात को मानने को राजी नहीं थे वहीं, सरपंच ने हस्तक्षेप किया और सभी को पास की इमारत में स्थानांतरित कर दिया।
कसोल के डिप्टी कलेक्टर टेकचंद अग्रवाल ने कहा, “अधिकांश लोग प्रवासी श्रमिक हैं और पिछले कुछ हफ्तों से यहां रह रहे हैं। कुछ दिनों पहले, उन्होंने सरपंच को अपनी इस समस्या को लेकर अवगत कराया था और सरपंच ने उन्हें दूसरी जगह स्थानांतरित कर दिया जिसकी मुझे जानकारी नहीं दी गई।”
उन्होंने कहा, “मैंने सोमवार को तहसीलदार के साथ जाकर भवन का दौरा किया। हम लोग जानबूझकर आधी रात में वहां गए जिससे लोगों के मन का भय दूर कर सकें पर हमारी यह कोशिश व्यर्थ गई। यह सब मात्र उनके अंधविश्वास से ज्यादा कुछ नहीं है और कोई भूत-प्रेत नहीं है।”
एमडी पटेल ने जनसंपर्क अधिकारी के हवाले से कहा, “लगभग 60 लोग कथित तौर पर केंद्र में रह रहे थे। उन्होंने कहा कि लोगों ने चीखने-चिल्लाने की आवाजें सुनीं और कुछ ने महसूस किया कि उन्होंने भयावह छाया भी देखी है।”
वैज्ञानिक स्वभाव को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित तर्कशास्त्री डॉ दिनेश मिश्रा ने कहा, “भोले-भाले लोगों को इस तरह के निराधार चीजों पर आसानी से भरोसा हो जाता है। भूत या असाधारण चीजों का कोई अस्तित्व नहीं है।”