BY- PRIYANKA PRIYANKAR “कांशीराम तेरी नेक कमाई, तूने सोती हुई कौम जगाई”, “85 बनाम 15 की चाबी” जैसी अवधारणाओं और “वोट हमारा राज तुम्हारा, नहीं चलेगा नहीं चलेगा”, “जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी” –मान्यवर कांशीराम जब-जब भारत की राजनीति में बहुजनों में सामाजिक चेतना जगाने की बात होती है, …
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