PET की बाध्यता समाप्त करने के लिए तकनीकी शिक्षा प्राप्त अभ्यर्थियों ने की मांग

BY- FIRE TIMES TEAM

प्रदेश के तकनीकी शिक्षा प्राप्त अभ्यर्थियों ने PET की बाध्यता समाप्त करने के लिए मुख्यमंत्री व राज्यपाल से मिलने का समय मांगा, प्रदेश के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में अनुदेशक भर्ती-2022 के सम्बंध में।

अभ्यर्थियों का कहना है कि उत्तर प्रदेश के राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा 2504 रिक्त पदों पर दिनांक 18 जनवरी 2022 को विज्ञापन प्रकाशित किया गया है, जिसमे से उत्तर प्रदेश राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान नई सेवा नियमावली के भाग-तीन – प्रस्तर-5(1) में पचास प्रतिशत पद डिग्री/डिप्लोमा धारक व पचास प्रतिशत आईटीआई धारकों से भरे जाने का प्रावधान किया गया है, इसके साथ ही अनुदेशक भर्ती सेवा नियमावली में साक्षात्कार को हटाकर लिखित परीक्षा लिए जाने का प्रावधान किया गया है।

साथ ही शैक्षिक अहर्ताओं के अलावा डी०जी०टी० के अधीन विभिन्न व्यवसायों में सुसंगत एक वर्ष का राष्ट्रीय शिल्प अनुदेशक प्रमाण पत्र(CITS) और अनुभव की अहर्ताएं प्रेषित की गई है । जो कि सराहनीय व स्वागत योग्य है। परन्तु सेवा नियमावली 3 जनवरी 2022 को प्रकाशित की गई है एवं उसमे उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा प्रारम्भिक अहर्ता परीक्षा (PET) की कोई भी बाध्यता नही है।

अभ्यर्थियों का कहना है कि CITS की वैद्यता पाँच वर्ष की होती है एवं उसके बाद आईटीआई धारकों को 3 वर्ष, डिप्लोमा धारकों को 2 वर्ष एवं डिग्री धारकों को 1 वर्ष का अनुभव की अहर्ता पूर्ण करनी होती है । हर साल हजारों की संख्या में तकनीकी शिक्षा प्राप्त अभ्यर्थी CITS पास करते है और अनुभव की अहर्ता पूर्ण करते है।

जो अभ्यर्थी पिछले वर्ष दिनांक 24 अगस्त 2021 को PET की परीक्षा देने से वंचित रह गए थे वो अयोग्यता की श्रेणी में आ गए है तथा उक्त कारणों की वजह से अभ्यर्थियों की वर्षों की मेहनत एवं भविष्य अंधकार मय हो गया है।

अभ्यर्थियों की मांग है कि जब भर्ती सेवा नियमावली 3 जनवरी 2022 को प्रकशित हुई है और उसमें PET की बाध्यता नही है, तो हज़ारो की संख्या में आईटीआई/डिप्लोमा/डिग्री धारक छात्र जो सारी शैक्षिक, तकनीकी व अनुभव की अहर्ता पूर्ण करते है व PET न होने की वजह से अयोग्य हो गए है, उनकी न्यायोचित मांग है कि :
1- PET की बाध्यता समाप्त की जाए।
अथवा
2- PET में बैठने का अवसर प्रदान किया जाए तत्पश्चात अनुदेशक भर्ती परीक्षा आयोजित की जाए।

यह भी पढ़ें- डिप्टी सीएम से बीजेपी विधायक तक यूपी के गाँव से क्यों भगाए जा रहे?

Follow Us On Facebook Click Here

Visit Our Youtube Channel Click Here

About Admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *