BY – FIRE TIMES TEAM
ट्रस्ट बनने के बाद से ही अयोध्या में श्रीराम जन्म भूमि ट्रस्ट के नाम से फर्जी खाता खोलने और राम मंदिर के नाम पर चंदा मांगने वाले कई जालसाज पकड़े जा चुके हैं। मंदिर निर्माण के लिए करोड़ों रूपये बैंक में पहुंचने के साथ ही मंदिर के ट्रस्ट के खाते में सेंध लगाने की खबर ने सभी को चौंका दिया है।
श्रीराम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के खाते में फर्जी चेक लगाकर जालसाजों ने 6 लाख रूपये निकाल लिया। इसकी शिकायत ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अयोध्या पुलिस के पास दर्ज कराई है। मामले की पड़ताल साइबर सेल ने भी शुरू कर दी है। निकासी करने वाले खाते की लोकेशन महाराष्ट्र में मिली है।
जालसाज को गिरफ्तार करने और जरूरी साक्ष्य जुटाने के लिए एसएसपी दीपक कुमार ने पुलिस की एक टीम लखनऊ और दूसरी मुंबई रवाना कर दी है।
जालसाज के बैंक खाते को सीज कर दिया गया है। जालसाज के खाते में अभी भी 2 लाख रूपये हैं, 4 लाख रूपये वह अपने पीएनबी के खाते से निकाल चुका है। वहीं लखनऊ के बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते में लगाए गए 9 लाख 86 हजार के तीसरे चेक का भुगतान भी रोक दिया गया है। ट्रस्ट के सारे एकाउंट को भी लॉक कर दिया गया है।
फर्जीवाड़ा का कैसे पता चला ?
अयोध्या के सीओ राजेश राय ने बताया कि पहली बार लखनऊ के एक बैंक से फर्जी (क्लोन) चेक बनाकर 1 सितम्बर को ढाई लाख की निकासी की गई। इसके बाद 3 सितम्बर को 3.5 लाख रूपये निकाल लिए गये। लेकिन तीसरे फर्जी चेक पर काफी बड़ा अमाउंट 9 लाख 86 हजार की राशि थी, इसलिए बैंक के अधिकारियों ने सत्यापन के लिए ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय से बात की। और जब चंपत राय ने इस तरह के किसी भी चेक की जानकारी न होने की बात बताई, तब जाकर इस ठगी का पर्दाफाश हुआ।
आपको बता दें कि रामजन्मभूमि ट्रस्ट की ओर से भुगतान के लिए एसबीआई में एक अलग खाता खोला गया है और दान देने वालों के लिए अलग। भुगतान करने के लिए खाता उन्हीं तक सीमित है जिनके साथ ट्रस्ट लेन-देन कर रहा है। इसके बावजूद जालसाज ने न केवल खाते की जानकारी जुटाई बल्कि बैंक द्वारा ट्रस्ट के लिए निर्गत चेक के सटीक नंबरों की भी सटीक जानकारी प्राप्त कर ली। इसी के जरिए जालसाज ने हस्ताक्षरित फर्जी चेक से दो बार 6 लाख निकाल लिये और ट्रस्ट को इसकी भनक भी नहीं लगी।