BY- FIRE TIMES TEAM
केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान का गुरुवार को निधन हो गया, उनके बेटे चिराग पासवान ने इस खबर की पुष्टि की। वह 74 वर्ष के थे। उनकी 4 अक्टूबर को हार्ट की सर्जरी हुई थी।
चिराग पासवान ने ट्वीट करते हुए लिखा, “पापा….अब आप इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन मुझे पता है आप जहां भी हैं हमेशा मेरे साथ हैं। Miss you Papa…”
पापा….अब आप इस दुनिया में नहीं हैं लेकिन मुझे पता है आप जहां भी हैं हमेशा मेरे साथ हैं।
Miss you Papa… pic.twitter.com/Qc9wF6Jl6Z— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) October 8, 2020
वह नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में उपभोक्ता मामलों, खाद्य और सार्वजनिक वितरण के कैबिनेट मंत्री थे। राम विलास पासवान लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख भी थे जिनका बिहार में आधार है।
पासवान ने अपना राजनीतिक जीवन संयुक्ता सोशलिस्ट पार्टी के सदस्य के रूप में शुरू किया था और 1969 में पहली बार बिहार विधानसभा के लिए चुने गए थे।
बाद में वे 1974 में लोकदल में शामिल हो गए और इसके महासचिव बने। उन्होंने 1977 में हाजीपुर निर्वाचन क्षेत्र से जनता पार्टी के टिकट पर लोकसभा में प्रवेश किया। वह 1980, 1989, 1996 और 1998, 1999, 2004 और 2014 में फिर से चुने गए।
2000 में राम विलास पासवान ने लोक जनशक्ति पार्टी का गठन किया, जो केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सहयोगी है।
हालाँकि, उनकी पार्टी 2004 से 2009 तक कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन का हिस्सा रही थी। उस सरकार के तहत उन्होंने रसायन, उर्वरक और इस्पात मंत्री के रूप में कार्य किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, “श्री राम विलास पासवान जी ने कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प के माध्यम से राजनीति में कदम रखा। एक युवा नेता के रूप में, उन्होंने अत्याचार और आपातकाल के दौरान हमारे लोकतंत्र पर हमले का विरोध किया। वह एक उत्कृष्ट सांसद और मंत्री थे, जिन्होंने कई नीतिगत क्षेत्रों में स्थायी योगदान दिया।”
Shri Ram Vilas Paswan Ji rose in politics through hardwork and determination. As a young leader, he resisted tyranny and the assault on our democracy during the Emergency. He was an outstanding Parliamentarian and Minister, making lasting contributions in several policy areas. pic.twitter.com/naqx27xBoj
— Narendra Modi (@narendramodi) October 8, 2020
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