उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक दलित युवती की बालात्कार के बाद हत्या ने काफी आक्रोश व्याप्त कर रखा है। लोग योगी आदित्यनाथ सरकार पर सवाल उठा रहे हैं। सरकार से न्याय दिलाने की बात कह रहे हैं।
जिस प्रकार से पहले रिपोर्ट नहीं लिखी गई फिर बाद में सही समय पर सही इलाज नहीं मिला वह इस घटना को और ज्यादा संदेहास्पद बनाता है।
इसी को लेकर अब बीजेपी की कद्दावर नेता उमा भारती ने ट्वीट के माध्यम से योगी सरकार से जवाब भी मांगा है और बड़प्पन दिखाते हुए उनसे आग्रह भी किया है। उन्होंने कई ट्वीट किए।
पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘आदरणीय @myogiadityanath जी आपको जानकारी होगी ही कि मैं कोरोना पॉज़िटिव पाने से AIIMS ऋषिकेश में कोरोना वार्ड में भरती हूँ।’
१)आदरणीय @myogiadityanath जी आपको जानकारी होगी ही की मै कोरोना पॉज़िटिव पाने से AIIMS ऋषिकेश में कोरोना वार्ड में भरती हू ।
— Uma Bharti (@umasribharti) October 2, 2020
उन्होंने आगे लिखा, ‘आज मेरा 7वां दिन है और इसलिये मैंं अयोध्या मामले पर विशेष सीबीआइ कोर्ट में पेश भी नहीं हो पायी। यद्यपि मैं किसी से मिल नहीं सकी तो फोन नहीं कर सकती लेकिन टीवी है जिससे की समाचार मिलते हैं।’
२)आज मेरा 7 वा दिन है और इसलिये मै अयोध्या मामले पर विशेष सीबीआइ कोर्ट में पेश भी नही हो पायी । यद्यपि मै किसी से मिल नही सकती , फ़ोन नही कर सकती लेकिन टीवी है जिससे की समाचार मिलते है ।
— Uma Bharti (@umasribharti) October 2, 2020
इसके बाद उन्होंने लिखा, ‘मैंने हाथरस की घटना के बारे में देखा। पहले तो मुझे लगा की मैं ना बोलूँ क्यूँकि आप इस सम्बंध में ठीक ही कार्यवाही कर रहे होंगे। किन्तु जिस प्रकार से पुलिस ने गांव की एवं पीड़ित परिवार की घेराबंदी की है उसके कितने भी तर्क हों लेकिन इससे विभिन्न आशंकाये जन्मती है।’
३)मैंने हाथरस की घटना के बारे में देखा । पहले तो मुझे लगा की मै ना बोलूँ क्यूँकि आप इस सम्बंध में ठीक ही कार्यवाही कर रहे होंगे । किन्तु जिस प्रकार से पुलिस ने गाव की एवं पीड़ित परिवार की घेराबंदी की है उसके कितने भी तर्क हो लेकिन इससे विभिन्न आशंकाये जन्मती है ।
— Uma Bharti (@umasribharti) October 2, 2020
अगले ट्वीट में लिखा, ‘वह एक दलित परिवार की बिटिया थी। बड़ी जल्दबाज़ी में पुलिस ने उसकी अंत्येष्टि की और अब परिवार एवं गाव की पुलिस के द्वारा घेराबंदी कर दी गयी है।’
वह एक दलित परिवार की बिटिया थी । बड़ी जल्दबाज़ी में पुलिस ने उसकी अंत्येष्टि की और अब परिवार एवं गाव की पुलिस के द्वारा घेराबंदी कर दी गयी है ।
— Uma Bharti (@umasribharti) October 2, 2020
आगे लिखा, ‘मेरी जानकारी में ऐसा कोई नियम नहीं है कि एसआइटी जाँच में परिवार किसी से मिल भी ना पाये। इससे तो एसाईटी की जाँच ही संदेह के दायरे में आ जायेगी।’
४)मेरी जानकारी में ऐसा कोई नियम नही है की एसआइटी जाँच में परिवार किसीसे मिल भी ना पाये । इससे तो एसाईटी की जाँच ही संदेह के दायरे में आ जायेगी ।
— Uma Bharti (@umasribharti) October 2, 2020
अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘हमने अभी राम मंदिर का शिलान्यास किया है तथा आगे देश में रामराज्य लाने क़ा दावा किया है किन्तु इस घटना पर पुलिस की संदेहपूर्ण कार्यवाही से आपकी, @UPGovt की, तथा @BJP4India की छवि पे आँच आयी है।’
५)हमने अभी राम मंदिर का शिलान्यास किया है तथा आगे देश में रामराज्य लाने क़ा दावा किया है किन्तु इस घटना पर पुलिस की संदेहपूर्ण कार्यवाही से आपकी, @UPGovt की , तथा @BJP4India की छवि पे आँच आयी है ।
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अगले ट्वीट में लिखा, ‘आप एक बहुत ही साफ़ सुधरी छवि के शासक है। मेरा आपसे अनुरोध है कि आप मीडियाकर्मियों को एवं अन्य राजनीतिक दलो के लोगों को पीड़ित परिवार से मिलने दीजिये।’
६)आप एक बहुत ही साफ़ सुधरी छवि के शासक है । मेरा आपसे अनुरोध है कि आप मीडियाकर्मियों को एवं अन्य राजनीतिक दलो के लोगों को पीड़ित परिवार से मिलने दीजिये ।
— Uma Bharti (@umasribharti) October 2, 2020
फिर उन्होंने लिखा, ‘मैं कोरोना वार्ड में बहुत बैचेन हूँ। अगर मैं कोरोना पॉज़िटिव ना होती तो मैं भी उस गाव मेंं उस परिवार के साथ बैठी होती। AIIMS ऋषिकेश से छुट्टी होने पर मैं हाथरस में उस पीड़ित परिवार से ज़रूर मिलूँगी।’
मै कोरोना वार्ड में बहुत बैचेन हू । अगर मैं कोरोना पॉज़िटिव ना होती तो मैं भी उस गाव मै उस परिवार के साथ बैठी होती । AIIMS ऋषिकेश से छुट्टी होने पर मै हाथरस में उस पीड़ित परिवार से ज़रूर मिलूँगी ।
— Uma Bharti (@umasribharti) October 2, 2020
आखरी में उन्होंने लिखा, ‘मैं @BJP4India में आपसे वरिष्ठ एवं आपकी बड़ी बहन हूँ। मेरा आग्रह है कि आप मेरे सुझाव को अमान्य मत करियेगा।’
७)मै @BJP4India में आपसे वरिष्ठ एवं आपकी बड़ी बहन हू । मेरा आग्रह है की आप मेरे सुझाव को अमान्य मत करियेगा ।
— Uma Bharti (@umasribharti) October 2, 2020
युवती की मौत होने के बाद रात के अंधेरे में अंतिम संस्कार करना संदेह को और बढ़ाता है। और अब पीड़ित परिवार से न तो मीडिया को मिलने दिया जा रहा है और न ही किसी नेता को।
राहुल गांधी से लेकर प्रियंका गांधी तक पीड़ित परिवार से मिलने के लिए गए लेकिन उनको रास्ते से ही वापस कर दिया गया। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर जमकर लाठीचार्ज भी हुआ।