BY – FIRE TIMES TEAM
चुनाव का मौसम शुरू होते ही पार्टियां एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप शुरू कर देती हैं। इसके लिए वे नये-नये हथकंडे और गडे़ मुर्दे भी उखाड़ना शुरू कर देती हैं। बिहार में विधानसभा चुनाव होने को हैं, ऐसे में ये सिलसिला तो चलेगा ही। गुरूवार को राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने 73वां जन्मदिन रांची स्थित एम्स में मनाया। इस दौरान उनके छोटे बेटे तेजस्वी भी वहां मौजूद थे। इसी समय पटना में जदयू नेता और सूचना एवं जनसम्पर्क मंत्री नीरज कुमार ने लालू यादव पर अपने बेटों के नाम जमीन खरीद का आरोप लगाया। उन्होंने एक तीसरा नाम तरूण यादव के नाम भी जमीन खरीदने की बात कही, जिसमें जमीनी रजिस्ट्री में पिता का नाम लालू यादव है। इसे लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि मेरा ही निक नेम तरूण यादव है। जैसे तेजप्रताप भैया का निकनेम तेजू है। यह नाम हमारे परिवार के अलांवा भी सब लोग जानते हैं।
लालू की बेटी मीसा ने भी कहा कि बिहार में जदयू बहुत ही घटिया राजनीति कर रही है। सभी के घर के अलग-2 नाम होते हैं। मुझे तो यह सुनकर आश्चर्य होता है।
क्या है मामलाः
बिहार के जनसम्पर्क मंत्री नीरज कुमार के गुरूवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि लालू यादव ने किसी को भी नहीं बख्शा ना परिवार को न गांव वालों को। बकौल नीरज लालू ने तेजप्रताप के नाम 1993 में ही जमीन खरीदी थी, तब तेजप्रताप नाबालिग थे। ऐसे में गार्जियन का नाम देना होता है। लेकिन लालू ने गार्जियन के तौर पर अपना नाम नहीं दिया। अपने गांव फुलवरिया के कई लोगों की जमीन भी लिखवा ली।
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इन्हीं जमीनों में उनके ही गांव फुलवरिया के प्रमोद कुमार सिंह की जमीन लेकर तेज प्रताप और तरूण यादव के नाम लिखवाई गई थी। इस जमीन के पेपर में गार्जियन लालू यादव लिखा है। और यह भी लिखा है कि तरूण यादव लालू यादव का बेटा है।
इन पेपर्स को देखकर लगता है कि लालू ने संपत्ति की हेरोफेरी के साथ-साथ बाल उत्पीड़न का भी अपराध किया है। लालू ने इतनी जमीन अर्जित की है कि इसका पता उनके बच्चों को भी नहीं होगा। लालू यादव बताएं कि तरूण यादव कौन है, क्या वह लालू का दत्तक पुत्र है। उसे उसका अधिकार मिलना ही चाहिए।