Tag Archives: KANSHIRAM

दलित समाज को सोचना पड़ेगा आखिर उनके पिछड़ेपन का मूल कारण क्या है?

BY- VIRENDRA KUMAR उत्तर प्रदेश के दलितों का खासकर चमारों का मन चेतन इस स्तर तक गुलामी से भरा हुआ है, इसी वजह से इतिहास में वह लोग सवर्णो की गुलामी किए और अभी वह मायावती की गुलामी कर रहे हैं। अगर आप मायावती पर प्रश्न उठा दो, तो वो लोग …

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चुनौतियों से जूझ रही कांशीराम की राजनीतिक विरासत, दूर की कौड़ी हुई राजसत्ता

BY- SANJEEV BHARTI “राजनीति चले या न चले,सरकार बने या न बने लेकिन सामाजिक परिवर्तन की गति किसी भी कीमत पर रूकनी नहीं चाहिए।” लगभग तीन दशक पहले मान्यवर कांशीराम की ओर से कही गयी ये पंक्तियां आज उनकी राजनीतिक विरासत और भारतीय दलित राजनीति के लिए सबसे अधिक प्रासंगिक हो …

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मान्यवर कांशीराम और बहुजन संघर्ष

BY- PRIYANKA PRIYANKAR “कांशीराम तेरी नेक कमाई, तूने सोती हुई कौम जगाई”, “85 बनाम 15 की चाबी” जैसी अवधारणाओं और “वोट हमारा राज तुम्हारा, नहीं चलेगा नहीं चलेगा”, “जिसकी जितनी संख्या भारी, उसकी उतनी हिस्सेदारी” –मान्यवर कांशीराम जब-जब भारत की राजनीति में बहुजनों में सामाजिक चेतना जगाने की बात होती है, …

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डीएस4, बामसेफ और बसपा के संस्थापक कांशीराम जी का परिनिर्वाण दिवस मनाया गया

BY- FIRE TIMES TEAM  डॉ भीमराव अंबेडकर के बाद दलितों के सबसे बड़े नेता माने जाने वाले इंसान कांशीराम जी का आज यानी 9 अक्टूबर को परिनिर्वाण दिवस है जिसे पूरे देश में बहुजन समाज के लोग उन्हें श्रद्धाजंलि देने के लिए मनाते हैं। 8 नवंबर 2006 को उनका निधन हुआ …

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